बड़े धोखें हैं इन राहों पर भी बाबू , पहाड़ों पर जाएं तो इन धोखेबाजों से रहें सावधान

बड़े धोखें हैं इन राहों पर भी बाबू , पहाड़ों पर जाएं तो इन धोखेबाजों से रहें सावधान

Scammers 

कल वापस आया हूँ अपनी यात्रा से , हरदोई से भीमताल , भीमताल से कैंचीधाम , कैंचीधाम से बेरीनाग के पास , बेरीनाग से बृद्ध जागेश्वर , वृद्ध जागेश्वर से पैदल ट्रैक करते हुए जागेश्वर और जागेश्वर से नैनीताल । यात्रा के अनुभव तो क्रमशः रहेंगे फिलहाल अराजक लोगों के फ्रॉड करने के एक तरीके के बारे में बताए दे रहा हूँ ताकि सावधानी ही बचाव वाली बात लागू कर लें सभी ।

हुआ कुछ यूं कि भीमताल से नैनीताल आते समय हम रूट डायवर्ट वाली असुविधा झेल रहे थे , झेलते झालते जब नैनीताल के नजदीक पहुंचे तो एक चौराहे टाइप की जगह पर पुलिस ने रोक दिया और कहा कि या तो अपनी गाड़ी खड़ी कर के यहीं किराए की गाड़ी से आगे जाओ या तो होटल वो भी पार्किंग वाला की बुकिंग रसीद दिखाओ तब आगे जाने देंगे । मुझे वैसे ही नैनीताल घूमने देखने में कोई इंटरस्ट नही था बस बच्चों का मन था तो दिमाग लगाने लग गए कि कैसे क्या किया जाए अब । 

हम कुल 13 जने थे मियां लोग अपनी अपनी अपनी बीवियों और बच्चों सहित , मंत्रणा चल ही रही थी कि दो व्यक्ति आये वहां और मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से बहुत ही कम दाम वाला एक होटल बताए , फ़ोटो शोटो दिखाए , बताए कि माल रोड से सटा हुआ है । तुरन्तई बुकिंग , तुरन्तई गाड़ी हमारी आगे बढ़ेगी , चेक इन करिये और मनोरंजन शुरू करिये । हमने तो खैर अपनी यात्रा की इतिश्री वहीं पर कर घर वापसी तय कर ली थी पर हमारे साथ रहे अन्य स्वजन नैनीताल में रुकने का तय कर चुके थे सो जद्दोजहद चालू थी उनकी कि कैसे क्या किया बढ़ा जाए ।

खूबसूरत बादलों वाला मौसम था , बच्चे बड़े (महिलाएं) सब भरे बैठे थे कि कैसे भी नैनीताल पहुंचे सो उन दोनों का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया आखिर में और हम अपने साथियों को नमस्कार कर घर वापसी करने लग गए । थोड़ी देर बाद आता है मेरे पास फोन जिसका मज़मून कुछ यूं रहा ।

उन दोनों कथित होटल एजेंट लोगों ने मांगने शुरू किए एडवांस में किराए के पैसे वो भी नगद । एडवांस वो भी आधे से ज्यादा , जिरह चल ही रही थी कि एक पुलिस वाला उनकी तरफ बढ़ने लगा , जैसे ही पुलिस वाले भाईसाहब करीब आये वो दोनो रफूचक्कर हुई लिए , अब सबको अहसास हुआ कि ठग थे दोनो , बुकिंग एमाउंट एडवांस में लेकर जो भी पा जाते ये बना देते बेवकूफ और सबको दिलजला बनाकर छोड़ देते मझदार में ।

हमारे सब लोग तो बच गए दिलजला बनने से पर आप सब लोग ख्याल रखें , ऐसे मौकों की तलाश में रहते हैं ये ठग विद्या के जानकार लोग , सस्ता दाम सुनकर कतई रसियाएं ना , अपनी स्वंय की बुद्धि और अपने विवेक का इस्तेमाल करें और गूगल मैप या किसी ऑथेंटिक वेबसाइट या व्यक्ति के माध्यम से ही होटल बुक करें , और मेरी माने तो भीड़ का हिस्सा ही ना बने , पहाड़ पर गए हैं तो लग्जरी छोड़कर सीनरी के नजदीक जाएं और अगर ना बन पाए कुछ मामला तो सावधान रहें , सतर्क रहें ।

(अभिनव द्विवेदी)



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